वीर सैनिकों से अनुशासन, समर्पण और प्रतिबद्धता की सीख लें युवा : किशन कपूर खाद्य आपूर्ति मंत्री ने शहीद स्मारक के सौंदर्यकरण को दिए 10 लाख

धर्मशाला 26 जुलाई: खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री किशन कपूर ने सभी लोगों विशेषकर युवाओं से भारतीय सेना के वीर सैनिकों के जीवन से अनुशासन, समर्पण और प्रतिबद्धता की सीख लेने का आह्वान किया है। कपूर ने कहा कि भारत के वीर सैनिक एक लक्ष्य लेकर कठिन परिस्थितियों में भी दुर्गम क्षेत्रों में अपने प्राणों व परिवार की परवाह किये बिना देश की रक्षा के लिए तत्पर रहते हैं। हम सभी को उनकी बहादुरी से जीवन के लिए सबक लेना चाहिए।
किशन कपूर वीरवार को कारगिल विजय दिवस के अवसर पर धर्मशाला के दाड़ी में स्थित जनजातीय भवन में आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए बोल रहे थे। इस मौके किशन कपूर ने शहीदों के चित्रों पर पुष्प चढ़ाकर कर श्रद्धाजंलि अर्पित की।
खाद्य आपूर्ति मंत्री ने कहा कि कारगिल विजय दिवस हर भारतीय के लिए गर्व का दिन है। उन्होंने कहा 3 मई, 1999 को शुरू होने वाला कारगिल युद्ध आज के ही दिन यानि 26 जुलाई, 1999 को समाप्त हुआ था। इस यु़द्ध में हमारी बहादुर सेना ने दुश्मनों को खदेड़ को तिरंगे की शान को और ऊंचा किया था। उन्होंने कहा कि इस ऐतिहासिक अवसर पर हम उन शूरवीर सैनिकों को शत-शत नमन करते हैं जिन्होंने भारतवर्ष की अखंडता व अस्मिता बनाए रखने के लिए अपने प्राणों की आहूति दी।
उन्होंने कारगिल युद्ध के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के सशक्त नेतृत्व का भी जिक्र किया एवं उनका आभार जताया। उन्होंने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने कारगिल युद्ध के समय शहीद सैनिकों की पूरे राजकीय सम्मान के साथ अन्तेष्टि की व्यवस्था के निर्देश दिए थे। उन्होंने राज्य सरकारों को भी निर्देश दिये थे कि शहीद के परिवार के एक सदस्य को सरकारी सेवा में नौकरी दी जाए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 26 जुलाई के विजय दिवस के दिन पर पूरे भारतवर्ष में विशेष आयोजन कर वीर सैनिकांे की पुण्य स्मृतियों को नमन करने की उदात परंपरा को बल दिया है। आज पूरे देश में पूरे जोश व सम्मान के साथ कारगिल विजय दिवस मनाया जा रहा है।
किशन कपूर ने कहा कि शहीद सैनिकों, भूतपूर्व सैनिकों तथा सेवारत सैनिकों तथा स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा राष्ट्र को दी गई सेवाओं के लिए समस्त प्रदेशवासी उनके कृतज्ञ हैं। प्रदेश के स्वतंत्रता सेनानी, भूवपूर्व सैनिक तथा उनके परिजन सम्मानपूर्वक जीवनयापन कर सकें, इसके लिए प्रदेेश सरकार ने अनेेक योजनाएं चलाई हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार शहीदों के आश्रितों को करूणामूलक आधार पर रोजगार प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा कि अब यह लाभ अर्ध सैनिक बलों में हिमाचली शहीदों के आश्रितों को भी दिया जाएगा।

शहीदों के परिवार किये सम्मानित
इस दौरान खाद्य आपूर्ति मंत्री ने अलग अलग अवसरों पर देश की रक्षा में जीवन अर्पण करने वाले शहीद सैनिकों के परिजनों को सम्मानित किया। उन्होंने शहीद नायब सूबेदार खेम चन्द राणा की सुपुत्री जय राणा, शहीद अमित थापा की माता मीना थापा, शहीद बुद्धि सिंह की धर्मपत्नी निर्मला देवी, शहीद अंकितप्रधान के पिता सतप्रकाश तथा माता ज्योति प्रधान, मेजर शेखर थापा के पिता रविन्द्र थापा, शहीद बालमुकुंद के भाई प्रताप, हवलदार अमरनाथ की धर्मपत्नी कमला देवी तथा नायब सूबेदार हरवंस सिंह के सुपुत्र डॉ. विजय शर्मा को सम्मानित किया।
युवाओं से नशे से दूर रहने का किया आह्वान
खाद्य आपूर्ति मंत्री नेे युवाओं के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए उनसे नशे की बुराई से दूर रहने तथा अन्य को भी इस बुराई से दूर रहने के लिए प्रेरित करने को कहा। उन्होंने कहा कि भारत विश्व के उन चुनिंदा देशों में शामिल है जहां की अधिकांश जनसंख्या युवा है। हमारे युवा भविष्य के निर्माण एवं भारत को विश्व गुरू बनाने के सपने को साकार करेंगे। इसके लिए आवश्यक है कि युवा अपनी असीमित ऊर्जा को सकारात्मक दिशा प्रदान करें तथा अपने देश के शूरवीरों से प्रेरणा लें।
इस अवसर पर सेवानिवृत ब्रिगेडियर एवं मनोनीत पार्षद सुभाष पाठक, सेवानिवृत ब्रिगेडियर नसीब सिंह राणा, उप निदेशक सैनिक कल्याण बोर्ड स्कवाड्रन लीडर मनोज राणा तथा कर्नल जसपाल जसरोटिया ने भी सेना और विभिन्न युद्धों के दौरान के अपने अनुभव सांझा किये।
भाजपा मंडल महामंत्री डॉ. विजय शर्मा ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी को राष्ट्र की अखंडता और अस्मिता को अतुंग शिखर पर ले जाने की शपथ दिलवाई।

10 लाख से होगा शहीद स्मारक का सौंदर्यकरण
इससे पहले खाद्य आपूर्ति मंत्री ने धर्मशाला शहीद स्मारक में जाकर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की । सेवानिवृत ब्रिगेडियर ओंकार चंद ने देश की अखंडता और अस्मिता की रक्षा के लिए आमरण तत्पर रहने की शपथ दिलाई।
इस मौके किशन कपूर ने शहीद स्मारक के सौंन्दर्यीकरण के लिए अपनी विधायक निधि से 10 लाख रुपये देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि शहीद स्मारक वीर जवानों के प्रति सम्मान एवं श्रद्धांजलि का अनुपम स्थल है, जहां प्रदेश और बाहरी राज्यों से लोग बड़ी श्रद्धा से आते हैं। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को योजनापूर्वक स्थल के सौंदर्यकरण का कार्य करवाने के निर्देश दिए।
खाद्य आपूर्ति मंत्री ने सुनी जनसमस्याएं
किशन कपूर ने दाड़ी में लोगों की समस्याओं को सुना। उन्होंने अधिकतर समस्याओं का मौके पर समाधान कर दिया तथा शेष समस्याओं के समाधान के लिए सम्बंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि प्राथमिकता के आधार पर लोगों की समस्याओं का निपटारा करें ताकि लोगों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
इस अवसर पर उपायुक्त कांगड़ा संदीप कुमार, पुलिस अधीक्षक संतोष पटियाल, अतिरिक्त उपायुक्त के.के.सरोच, सेना के प्रतिनिधि, शहीद स्मारक समिति के पदाधिकारी, मंडलाध्यक्ष कैप्टन रमेश अटवाल, जिला महामंत्री यशपाल सभ्रवाल, मनोनीत पार्षद राजेन्द्र कुमार, तेज सिंह, वीरू बालिया, पार्षद सर्वचन्द गलोटिया, पार्टी के अनुसूचित जनजाति के मंडल अध्यक्ष सुभाष चडलू, सह मीडिया प्रभारी नरेंद्र पठानिया, कैप्टन पुरषोतम, विपिन नैहरिया, प्रकाश चौधरी सहित भाजपा के अन्य पदाधिकारी और विभिन्न विभागों के अधिकारी तथा शहीदों के परिजन तथा बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री ने रोहतांग सुरंग परियोजना की प्रगति का लिया जायजा , मुख्यमंत्री ने मनाली स्थित बर्फ एवं ग्लेशियर अध्ययन संस्थान (सासे) का दौरा किया।

रोहतांग सुरंग राज्य की खुबसूरत एवं चारों ओर से घिरी लाहौल घाटी को वर्ष पर्यन्त आवाजाही प्रदान कर घाटी की अर्थव्यस्था में बड़ा बदलाव लाने के लिये बाध्य है। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने यह बात आज कुल्लू ज़िले के दक्षिण छोर धुंधी से रोहतांग सुरंग से लाहौल-स्पिति के सिसू में प्रवेश करने के उपरान्त कही।

मुख्यमंत्री ने सीमा सड़क संगठन और इस राष्ट्रीय महत्व की परियोजना का निर्माण कर रही स्ट्रॉबेग एजी एफकॉन्स जेवी कम्पनी के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सुरंग के कार्य की प्रगति का जायजा लिया है।

मुख्यमंत्री के लाहौल-स्पिति के सिसू पहुंचने पर लोगों ने कृषि एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. रामलाल मारकण्डा की अगवाई में पारम्परिक ढंग से उनका स्वागत किया।

जय राम ठाकुर ने कहा कि इस महत्वाकांक्षी परियोजना की नींव तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने रखी थी तथा वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस परियोजना को शीघ्रातिशीघ्र देश को समर्पित करने के उत्सुक हैं।

उन्होंने कहा कि केन्द्रीय भूतल परिवहन मंत्री नीतिन गड़करी द्वारा रोहतांग तले इस सुरंग के निर्माण की प्रगति का जायजा लिया जाना था, लेकिन मौसम की खराबी के कारण वह यहां नहीं पहुंच सके। उन्होंने कहा कि नौ किलोमीटर लम्बी इस सुरंग के निर्माण पर कुल 4083 करोड़ रुपये की लागत आएगी। उन्होंने कहा कि सेरी नाले का प्रबन्धन इस सुरंग के निर्माण में आने वाली सबसे बड़ी बाधा थी तथा सुरंग के 600 मीटर भाग के निर्माण में लगभग चार वर्षों का समय लग गया। उन्होंने कहा कि सुरंग न केवल सभी मौसमों में लाहौल घाटी के लिए आवागमन की सुविधा उपलब्ध करवाएगी, बल्कि पर्यटकों को लाहौल स्पिति की खूबसूरती देखने का भी मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि यह सुरंग सामरिक महत्व की भी है क्योंकि यह सभी मौसमों में लेह-लदाख तथा चीन की सीमा तक आवागमन की सुविधा प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि यह सुरंग एक वैज्ञानिक चमत्कार है तथा चालू होन पर दुनियाभर के सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित करेगी। उन्होंने कहा कि यह महत्वाकांक्षी परियोजना अगले वर्ष नवम्बर में बनकर तैयार हो जाएगी।

जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार रोहतांग सुरंग को पर्यटन से जोड़ने का प्रयास करेगी तथा यह स्थानीय युवाओं को स्वरोजगार एवं रोजगार के साधन उपलब्ध करवाने में सहायक सिद्ध होगी। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार इस सड़क पर लेह तक तीन और सुरंगों का निर्माण करने पर विचार कर रही है क्योंकि सामरिक महत्व की सड़क होने के साथ-साथ इससे 100 किलोमीटर की दूरी तथा सात घंटे के समय की बचत होगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार लगभग 6000 करोड़ रुपये की विकासात्मक परियोजनाएं केन्द्र सरकार से स्वीकृत करवाने में सफल हुई है तथा यह प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी की उदारता के कारण संभव हुआ है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जनजातीय क्षेत्रों तथा यहां के लोगों के विकास की ओर विशेष ध्यान दे रही है।

उन्होंने घोषणा की कि यांगला पुल का शीघ्र निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य के जनजातीय क्षेत्रों को पहली बार जिका परियोजना के अंतर्गत शामिल किया जा रहा हैं

इससे पूर्व, मुख्यमंत्री ने मनाली स्थित बर्फ एवं ग्लेशियर अध्ययन संस्थान (सासे) का दौरा किया।

कृषि मंत्री डा. राम लाल मारकण्डा ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री तथा अन्य गणमान्य अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि लाहौल-स्पिति वासियों के लिये यह एक यादगार क्षण हैं कि मुख्यमंत्री ने महत्वाकांक्षी सुरंग से लाहौल-स्पिति का दौरा किया है, जिसका निर्माण पूरा होने जा रहा हैं उन्होंने जनजातीय विकास के लिये बजट में वृद्धि करने के लिये मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।

उन्होंने क्षेत्र की विकास की मांगों के बारे में मुख्यमंत्री को अवगत करवाया। उन्होंने यांगला गांव के लोगों को सुविधा प्रदान करने के लिये पुल के निर्माण के लिये मुख्यमंत्री से आग्रह किया।

सांसद राम स्वरूप शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर राज्य के जनजातीय क्षेत्रों के विकास के लिये प्रतिबद्ध हैं। उनहोंने कहा कि प्रधानमंत्री की रोहतांग सुरंग के जल्द निर्माण के प्रति बड़ी दिलचस्पी है क्योंकि यह सुरंग न केवल घाटी को बारहमासी क्नेक्टिविटी प्रदान करगी, बल्कि सामरिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है।

इसके उपरांत मुख्यमंत्री ने मनाली हेलीपैड का निरीक्षण किया तथा हेलीपैड का पर्यटन की दृष्टि से विस्तार करने की संभावना को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श किया।

परिवहन व वन मंत्री गोविंद ठाकुर, आनी के विधायक किशोरी लाल, लाहौल-स्पिति जिला भाजपा अध्यक्ष राजिन्द्र बोद्ध, अतिरिक्त मुख्य सचिव डा. श्रीकांत बाल्दी, राम सुभग सिंह, मनीषा नंदा व अनिल खाची, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव संजय कुण्डू, कुल्लू व लाहौल-स्पीति जिलों के उपायुक्त व पुलिस अधीक्षकों सहित अन्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।