मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कांगड़ा जिला के बाढ़ प्रभावित बोह क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण किया

धर्मशाला:-मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज जिला कांगड़ा के शाहपुर विधानसभा क्षेत्र के बोह क्षेत्र में विगत दिन आई बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया तथा बाढ़ से हुए नुकसान का जायजा लिया।

इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने बाढ़ से प्रभावित स्थल का भी दौरा किया तथा वे बोह क्षेत्र में बाढ़ प्रभावित परिवारों से भी मिले। उन्होंने जिला प्रशासन को प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं पुनर्वास कार्य युद्धस्तर पर करने के निर्देश दिए।

इस अवसर पर जय राम ठाकुर ने कहा कि बाढ़ से प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी और उनका पुनर्वास सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस प्राकृतिक आपदा में मारे गए लोगों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये दिये जाएंगे। उन्होंने कहा कि जिन लोगों के मकान इस आपदा में क्षतिग्रस्त हुए हैं उन्हें भी सरकार मकान बनाने के लिए हर संभव सहयोग देगी।

मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर
बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौर करते मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला प्रशासन के साथ एन.डी.आर.एफ. की टीम मौके पर राहत एवं बचाव कार्यों में लगी हुई है तथा लापता लोगों को ढंूढने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।

जय राम ठाकुर ने आज सिरमौर जिले के उपायुक्त राम कुमार गौतम से भी दूरभाष पर बातचीत की तथा गत सायं पांवटा उपमंडल में बांगरन गांव के डोरियोंवाला के पास टापू में गत दिन गिरी नदी में फंसे लोगों को एन.डी.आर.एफ तथा जिला प्रशासन द्वारा सुरक्षित निकालने के बारे में भी जानकारी ली।

इस अवसर पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री सरवीन चैधरी, स्वास्थ्य मंत्री डा. राजीव सैजल, सांसद किशन कपूर, विधायक विशाल नेहरिया, वूल फैडरेशन के उपाध्यक्ष त्रिलोक कपूर, जिला परिषद अध्यक्ष रमेश बराड़, उपायुक्त डा. निपुण जिंदल, एवं पुलिस अधीक्षक विमुक्तरंजन उपस्थित थे।

सोमवार और वीरवार को केवल एक घंटा बंद रहेगी अटल टनल -आशुतोष गर्ग

कुल्लू के जिलाधीश आशुतोष गर्ग ने कहा कि अटल टनल, रोहतांग अब सप्ताह में केवल दो दिन एक घंटे के लिए यातायात के लिए बंद रहेगी। उन्होंने कहा कि सोमवार तथा वीरवार को प्रातः 7 बजे से 8 बजे तक टनल से वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध रहेगा। गौरतलब है कि इससे पूर्व अटल टनल सप्ताह में हर रोज प्रातः 11 से 12 तक बंद रहती थी।
आशुतोष गर्ग ने कहा कि जिला प्रशासन को इस संबंध में अटल टनल रोहतांग के चीफ इंजीनियर वी के सिंह ने अवगत करवाते हुए कहा है कि टनल के अधिकांश आनुषंगिक कार्यों को पूरा कर लिया गया है तथा वाहनों की अत्यधिक आवाजाही को ध्यान में रखते हुए अटल टनल को सप्ताह के सातों दिन बंद रखने के बजाय केवल 2 दिन सोमवार तथा वीरवार को एक घंटे के लिए बंद रखा जाएगा। इस दौरान टनल से जुड़े कार्यों को किया जाएगा। चीफ इंजीनियर ने कहा कि भविष्य में यदि टनल से जुड़े कार्यों को करने के लिए समय सीमा को बढ़ाने की आवश्यकता होगी तो इस संबंध में जिला प्रशासन तथा लोगों को समय पर सूचित किया जाएगा।
उपायुक्त ने कहा कि सप्ताह भर के बजाय केवल 2 घंटे टनल बंद रखने से यातायात को सुचारू रखने में अतिरिक्त सुविधा प्राप्त होगी।
आशुतोष गर्ग ने सैलानियों तथा आम लोगों से अपील की है कि अटल टनल में वाहन चलाते समय जगह जगह पर डिस्प्ले किए गए दिशानिर्देशों का पालन करें, वाहनों की जो गति निर्धारित की गई है उसे सुनिश्चित बनाएं और सबसे महत्वपूर्ण टनल के अंदर किसी भी वाहन को ओवरटेक करने का प्रयास न करें। टनल के अंदर आप तीसरी आंख के पहरे में हैं और किसी भी प्रकार का उल्लंघन करने पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी।

अटल टनल रोहतांग

छह बार हिमाचल के मुख्यमंत्री वीर भद्र सिंह का निधन।

राजा वीर भद्र सिंह

हिमाचल प्रदेश के छह बार मुख्यमंत्री व पूर्व केंद्रीय मंत्री वीरभद्र सिंह का आज तड़के निधन हो गया है। जानकारी के अनुसार वीरभद्र का निधन सुबह 3.40 बजे हुआ। दोबारा कोरोना पॉजिटिव आने के बाद से वह शिमला के आईजीएमसी में उपचाराधीन थे। वरिष्ठ कांग्रेस नेता के निधन से प्रदेश में शोक की लहर दौड़ गई है। वह करीब ढाई महीने से आईजीएमसी में दाखिल थे। सोमवार को अचानक तबीयत खराब होने के बाद डॉक्टरों ने उन्हें वेंटिलेटर पर दाखिल कर दिया था। जिसके बाद से वह बेहोशी की हालत में यहां पर उपचाराधीन थे। लेकिन गुरुवार सुबह उनकी मौत हो गई। वह 87 साल के थे। आईजीएमसी के एमएस डॉ. जनक राज में उनकी मौत की पुष्टि की है।वीरभद्र सिंह छह बार हिमाचल के मुख्यमंत्री रहे हैं। वीरभद्र सिंह यूपीए सरकार में भी केंद्रीय कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। उनके पास केंद्रीय इस्पात मंत्रालय रहा। इसके अलावा सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग मंत्रालय भी रह चुका है। वीरभद्र सिंह का जन्म 23 जून, 1934 को बुशहर रियासत के राजा पदम सिंह के घर में हुआ। वीरभद्र सिंह ने 1962 में, वर्ष 1983 से 1990, 1993 से 1998, 1998 में कुछ दिन तक तीसरी बार, फिर 2003 से 2007 और 2012 से 2017 में हिमाचल के मुख्यमंत्री रहे। लोकसभा के लिए वह पहली बार 1962 में चुने गए। 

जगत प्रकाश नड्डा और मुख्यमंत्री ने वीरभद्र का कुशलक्षेम जाना ।

जगत प्रकाश नड्डा और मुख्यमंत्री ने वीरभद्र का कुशलक्षेम जाना ।भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान महाविद्यालय शिमला में पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की धर्मपत्नी प्रतिभा सिंह व पुत्र विक्रमादित्य सिंह से पूर्व मुख्यमंत्री का कुशलक्षेम जाना।

उन्होंने वीरभद्र सिंह के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की।

शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज, स्वास्थ्य मंत्री डाॅ. राजीव सैजल, वन मंत्री राकेश पठानिया, महापौर नगर निगम शिमला सत्या कौंडल, स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी, प्रधानाचार्य आईजीएमसी डाॅ. रजनीश पठानिया, वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डाॅ. जनक राज और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

सरवीन ने   215 लाख से बनने वाली लांझणी से नरघोटा सड़क का किया भूमि पूजन,सड़कों का निर्माण प्रदेश सरकार की प्राथमिकता

सड़क का उद्धघाटन करती मंत्री सरवीन चौधरी

धर्मशाला 03 जुलाई: सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री सरवीन चौधरी ने आज 215 लाख से बनने वाली नावार्ड के अन्तर्गत स्वीकृत लांझणी से नरघोटा सड़क को भूमिपूजन करने केे उपरांत कहा कि प्रदेश सरकार राज्य में सड़क निर्माण, विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों के विस्तार को विशेष प्राथमिकता दे रही है। पर्वतीय राज्य में सड़कें ग्रामीण आर्थिकी व विकास की भाग्य रेखायें हैं और सरकार सड़कों की स्थिति के सुधार पर विशेष ध्यान दे रही है। उन्होंने कहा कि इस सड़क के निर्माण से धर्मशाला पहंुचने की दूरी कम होगी।
  सरवीन ने कहा कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के कुशल नेतृत्व में सामाजिक सेवा क्षेत्र को सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान की गई है। उन्होंने कहा कि सरकार ने सभी क्षेत्रों का समग्र विकास व सभी वर्गो का उत्थान सुनिश्चित बनाने के लिए अनेक सर्वहितैषी योजनाएं प्रारम्भ की हैं। उन्होंने  कहा कि राज्य सरकार 70 वर्ष से अधिक आयु के पात्र वरिष्ठ नागरिकों को 1500 रुपये प्रतिमाह सामाजिक सुरक्षा पेंशन प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ महिलाओं के लिए सामाजिक सुरक्षा पेंशन का दायरा बढ़ाने के उद्देश्य से स्वर्ण जयंती नारी सम्बल योजना आरंभ की गई है, जिसमें 65 वर्ष से 69 वर्ष तक की आयु की सभी पात्र वरिष्ठ महिलाओं को बिना आय सीमा के 1000 रुपए की दर से सामाजिक सुरक्षा पेंशन प्रदान की जाएगी।  इसमें लगभग 60 हजार महिलाएं लाभान्वित होंगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले परिवारों के दो बच्चों को दी जाने वाली जन्मोत्तर अनुदान राशि को 12,000 रुपये से बढ़ाकर 21,000 रुपये किया है। यह धनराशि जन्म के समय जन्मोत्तर अनुदान राशि और छात्रवृत्ति योजनाओं को युक्तिसंगत और एकीकृत कर सावधि जमा के रूप में प्रदान की जा रही है।
  सामाजिक न्याय मंत्री ने कहा कि शाहपुर विधानसभा क्षेत्र को बुलदियों पर ले जाने के लिए वे प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि शाहपुर विधानसभा क्षेत्र में कई कार्यों को अमलीजामा पहनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लिंक रोड़ ओडर से लांझणी का टारिंग कार्य पूरा किया जा चुका है। 20 लाख रुपये की लागत से निर्मित लिंक रोड़ घरोह से गढ़ मैटी का कार्य पूरा कर लिया गया है। इसके अतिरिक्त नावार्ड के अन्तर्गत 168 लाख रुपये से लिंक रोड़ ढीमा पनियारी बस्ती का कार्य प्रगति पर है। उन्होंने बतमाया कि गांव लांझणी और शिवनगर में दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना में 11 केवी लगभग डेढ़ किलोमीटर बनाई गई है जिसपर 6 लाख रुपये व्यय किये गये हैं। झिकड़ में 10 लाख रुपये की लागत से 63 केवी का नया ट्रांस्फार्मर लगाया जा रहा है। गांव बण्डी में दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के तहत एलटी लाइन पर 2 लाख रुपये, लांझणी में 2 लाख रुपये से 63 केवीए का ट्रांस्फार्मर, घरोह में ट्रांस्फार्मर जिसमें 6 लाख रुपये व्यय किये जा रहे हैं।  इसके अतिरिक्त गांव घरोह, घेरा व गरयालू बस्ती में कम वोल्टेज को सुधारने के लिए एलटी लाइन बनाई गई है जिस पर 10 लाख रुपये व्यय किये गये हैं। विद्युत उपमंडल चड़ी के अन्तर्गत मुख्यमंत्री रोशनी योजना के तहत 40 नए कनेक्शन लगाए गये हैं। विद्याुत उपमंडल चड़ी के नए भवन के निर्माण पर लगभग 40 लाख रुपये व्यय किये गये हैं। रजोल में 2.5 करोड़ की लागत से नया 33 केवी सव-स्टेशन बनाया जा रहा है जिसके बनने से आस-पास के कई गांव को बिजली की समस्या से राहत मिलेगी।
इसके उपरांत सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ने लांझणी में लोगों की समस्याओं का सुना। अधिकतर का मौके पर ही निपटारा कर दिया और शेष समस्याओं के समाधान के लिए सम्बन्धित अधिकारियांे को निर्देश दिये।
इस अवसर पर बीडीसी अध्यक्ष विजय कुमार, सीडीपीओ अशोक कुमार शर्मा, प्रधान लांझणी विपिन कुमार, प्रधान घरोह तिलक राज शर्मा, निशा देवी, सीमा देवी, सकीना देवी, आशा देवी, एडवोकेट दीपक अवस्थी, योग राज चड्ढा, अधिशासी अभियंता विजय कुमार वर्मा, अधिशासी अभियंता जल शक्ति विभाग सुमित विमल कटोच, विमल, एसडीओ विवेक कालिया, अनिल चौधरी, जितेन्द्र प्रकाश, राजन सूद, किशन चंद, वेदव्रत सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी तथा स्थानीय लोग मौजूद थे।

जिला दण्डाधिकारी ने निर्धारित किए आवश्यक वस्तुओं के मूल्य

धर्मशाला, 03 जुलाई – जिला दण्डाधिकारी, डॉ. निपुण जिन्दल ने जमाखोरी एवं मुनाफाखोरी उन्मूलन आदेश, 1977 के खण्ड-3 (1)(ई) के अंतर्गत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए जिला कांगड़ा में आवश्यक वस्तुओं के मूल्य निर्धारित किए हैं जिसमें व्यापारी तथा निर्माता निर्धारित मूल्य से अधिक मूल्य उपभोक्ताओं से नहीं ले सकता हैं।
    उन्होंने मीट बकरा/मेढ़ा प्रति किलोग्राम 450 रुपए, मुर्गा ब्राइलर बेस्ट प्रति किलोग्राम 180 रुपए, मीटर सुअर प्रति किलोग्राम 250, मछली कच्ची प्रति किलोग्राम 250 रुपए, मछली तली हुई प्रति किलोग्राम 300 रुपए निर्धारित किया है। उन्होंने होटलों/ढाबों में परोसा जाने वाला खाना, सब्जियों इत्यादि की दरें निर्धारित की हैं जिसमें पूरी खुराक दाल, सब्जी एवं चावल/चपाती प्रति खुराक 60 रुपए, स्पेशल सब्जी-आलू-मटर-सफेद चने, राजमाह, आलू-गोभी, पालक, आलू-बैंगन, भर्था, भिण्डी प्रति प्लेट 50 रुपए, दाल फ्राई प्रति 40 रुपए, मटर-पनीर एवं पालक पनीर प्रति प्लेट 60 रुपए, चिकन करी/मुर्गा पका हुआ प्रति प्लेट 80 रुपए, मीटर पका हुआ तरी सहित प्रति प्लेट 100 रुपए, तवा चपाती प्रति 5 रुपए, तन्दूरी चपाती प्रति 7 रुपए, परोंठा भरा हुआ अचार सहित 20 रुपए, दो पूरी चने सहित प्रति प्लेट 30 रुपए रखी गई हैं।
    इसी प्रकार दूध, दही एवं पनीर की दरें निर्धारित की गई हैं जिसमें हलवाईयों/गवालों द्वारा बेचा जाने वाला कच्चा दूध प्रति लीटर 45 रुपए, दूध पैक्ट सभी ब्रांड का पैकेट पर अंकित मूल्य पर बेचा जा सकेगा। दही प्रति किलोग्राम 55 रुपए, दूध/दही पैक्ट सभी ब्रांड का पैकेट पर अंकित मूल्य पर बेचा जा सकेगा। पनीर खुला दूसरे राज्यों से आयातित तथा स्थानीय पनी खुला प्रति किलोग्राम 250 रुपए में बेचा जा सकेगा। इसी प्रकार ठण्डे पेय पदार्थ जिसमें बोतल वाले पेय कम्पनी द्वारा निर्धारित बोतलों पर अंकित मूल्य/जिला दण्डाधिकारी द्वारा निर्धारित लाभांश में से जो भी कम हो, पर बेचे जा सकेंगे।
      उन्होंने बताया कि यह सभी दरें पर्यटन विभाग व उनके पास पंजीकृत होटलों एवं रेस्तरां में लागू नहीं होंगी। यह दरें समस्त कांगड़ा जिला में हिमाचल प्रदेश राजपत्र/ई-बजट में प्रकाशित होने के पश्चात आगामी एक माह तक लागू रहेंगी। इन सभी निर्धारित दरों को सभी परचून दुकानदारों, होटल, ढाबा मालिक एवं मछली बिक्रेता अपने-अपने व्यापारिक परिसरों में दुकानों के बाहर ग्राहकों की जानकारी हेतु मूल्य सूची के रूप में स्पष्ट रूप से प्रदर्शित करेंगे जोकि स्पष्ट रूप में देवनागरी लिपि में लिखी होनी आवश्यक है। मूल्य सूची दुकानदार/भागीदार/प्राधिकृत व्यक्ति द्वारा दिनांक सहित हस्ताक्षरित होना आवश्यक है तथा प्रत्येक दुकानदार को ग्राहक के मांगने पर कैशमैमो देना अनिवार्य होगा।

काज़ा में चार दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू।





काजा। काज़ा उपमंडल में शुक्रवार को चार  दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस मौके पर बतौर मुख्यातिथि टीके लोचेन   टूल्कू रिनपोंछे ने मौजूूद रहें। मुख्यतिथि ने  दीप प्रज्ज्वल करके कार्यक्रम की शुभारंभ किया।  छेरिंग पलकित ने मुख्यातिथि का स्वागत किया और कार्यक्रम के बारे संक्षिप्त जानकारी प्रस्तुत की।  टोंगलेन व आर्युज्ञान न्यास के संयुक्त तत्वाधान से कार्यक्रम आयोजित हो रहा है। यह कार्यक्रम  14वें दलाई लामा द्वारा निर्देशित नैतिकता के प्रति लोगों को जागरूक करने और सम्बध दर्शन को आत्मसात करने के लिए आयोजित हो रहा है। पांच जुलाई तक चलने  वाले इस कार्यक्रम में दो सत्रों में 45- 45 शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा। जोकि पांचवी कक्षा तक के बच्चों का आगे मार्गदर्शन करेंगे। प्रोग्राम मैनेजर दीपक ने कार्यक्रम के बारे में विस्तृत जानकारी रखी। इसके साथ ही संस्था की विभिन्न गतिविधियों के बारे में बताया। कार्यक्रम में एडीएम ज्ञान सागर नेगी ने अपने संबोधन में कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों के माध्यम से शिक्षा  के क्षेत्रों में नए आयामों की स्थापना होती है। स्पिति में शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व बदलाव हो रहा है। यहां पर शिक्षा के क्षेत्र में काफी सुधार हो रहा है। उन्होंने मुख्यातिथि व संस्था के सदस्यों को स्वागत किया। कार्यक्रम के मुख्यातिथि टीके लोचेन टूल्कू रिनपोंछे कि आज बच्चों के व्यवहार में काफी बदलाव आ रहा है। बच्चों को सही शिक्षा और संस्कारों की जरूरत है। हमारा दायित्व बनता है आने वाली पीढ़ी के लिए क्या योगदान दे रहे है। बच्चों का भविष्य तभी बनेगा जब उन्हें सही मार्ग पर चलना बचपन से सिखाया जाएगा। हम सभी को इस क्षेत्र में मिलकर काम करना होगा। कार्यक्रम में मुख्यातिथि को थंका पेटिंग और शॉल भेंट कर सम्मानित किया गया।  इसके अलावा निदेशक लोवजंग जामयांग, छेरिंग तेजिंन, छेरिंग पालकित, सयैदा सना, दीपक तिवारी, छेवांग दोरजे, संजीवन रॉय को भी मुख्यातिथि ने सम्मानित किया। टोंगलेन ट्रस्ट के निदेशक लोवजंग जामयांग ने अपनी संस्था के कार्यो के बारे में प्रशिक्षिण कार्यक्रम के समक्ष रखे। कार्यक्रम में धन्यवाद भाषण एसडीएम जीवन सिंह नेगी ने दिया। इस मौके पर  कहा कि  शिक्षक बच्चों को भविष्य सवारनें में दिन रात मेहनत करें। ये क्रम निरंतर चलता रहना चाहिए। उन्होंने संस्था के अतिथियों का आभार व्यवक्त किया। इस मौके पर खंड चिकित्सा अधिकारी महेंद्र प्रताप सिंह, डीएसपी सुशांत शर्मा, नायब तहसीलदार विद्या सिंह नेगी सहित कई गणमान्य मौजूद रहे।बॉक्स  स्पिति प्रशासन के सौजन्य से स्नो फेस्टिवल पर बनी  डॉक्यूमेंट्री को विधिवत रूप से टी के लोचेन टूलकु रिंपोछे जी ने  आधिकारिक रिलीज  किया। इसके अलावा कॉफी टेबल बुक भी लांच की गई। मुख्यातिथि ने  डॉक्यूमेंट्री और कॉफी टेबल बुक की काफी सराहना की।

जून माह में तीन लाख से ज्यादा लोगों को मिली वैक्सीन की पहली डोज, कांगड़ा जिला के साठ प्रतिशत लोगों को किया कवर        

 धर्मशाला,01 जुलाई। कांगड़ा जिला में जून माह में तीन लाख तीन हजार 461 लोगों को वैक्सीन लगाई गई है। यह जानकारी देते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा गुरदर्शन ने बताया कि कांगड़ा जिला में साठ प्रतिशत लोगोें को वैक्सीन की पहली डोज दी जा चुकी है।
       उन्होंने कहा कि जिला कांगड़ा में 12 लाख 13 हजार 533 लोगों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है जबकि जनवरी माह से लेकर अब तक सात लाख 25 हजार 515 को वैक्सीन की पहली डोज दी जा चुकी है। उन्होंने कहा कि टीकाकरण अभियान में तेजी लाई गई है तथा 18 से 44 वर्ष आयुवर्ग के ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को बिना स्लाट बुकिंग के टीकाकरण की सुविधा प्रदान की गई है। उन्होंने कहा कि जिला में टीकाकरण केंद्रों की संख्या में भी बढ़ोतरी की जा रही है।
उन्होंने कहा कि 18 वर्ष से अधिक आयुवर्ग के लोगों तथा फ्रंटलाइन वर्कर्स और प्राथमिक सूची वाले लोगों का टीकाकरण जरूरी है। उन्होंने कहा कि कोविड टीकाकरण से कोविड संक्रमण से बचाव किया जा सकता है।
   उन्होंने कहा कि टीकाकरण केंद्रों में स्वास्थ्य कर्मियों के अलावा शिक्षकों तथा आयुर्वेदिक कर्मचारियों की सेवाएं भी लेने के निर्देश दिए गए हैं इस के साथ ही टीकाकरण केंद्रों के लिए खुली जगह भी उपलब्ध करवाई जा रही है ताकि सामाजिक दूरी की अनुपालना भी सुनिश्चित की जा सके।
      उन्होंने कहा कि सभी लोगों को टीकाकरण की सुविधा मिले इस के लिए भी कारगर कदम उठाए गए हैं तथा जिला स्तर पर भी टीकाकरण अभियान की सुचारू मानिटरिंग सुनिश्चित की जा रही है। उन्होंने कहा कि टीकाकरण अभियान के तहत लोगों को भी डोज लेने के लिए जागरूक किया जा रहा है इस के लिए पंचायत स्तर पर कोविड प्रबंधन टास्क फोर्स भी गठित की गई है। सीएमओ ने कहा कि कोविड से निपटने के लिए सरकार तथा प्रशासन कारगर कदम उठा रहा है तथा इसमें आम जनमानस का सहयोग भी जरूरी है।

दो जुलाई को 86 स्थानों पर लगाई जाएगी वैक्सीन – उपायुक्त

धर्मशाला,  1 जुलाई – जिला कांगड़ा में दो जुलाई वीरवार को 45 वर्ष से अधिक आयुवर्ग के लोगों को कोविड वैक्सीन लगाने के लिए 86 टीकाकरण केन्द्र स्थापित किए गए हैं। यह जानकारी देते हुए उपायुक्त, डॉ. निपुण जिन्दल ने बताया कि प्रत्येक टीकाकरण केंद्र पर फ्रंटलाइन वर्कर्स तथा दूसरी डोज लेने वाले नागरिक भी टीकाकरण करवा सकते हैं। उन्होंने कहा कि टीकाकरण केन्द्रों पर सामाजिक दूरी की अनुपालना पूरी तरह से सुनिश्चित की जाए, जिसके लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
       उन्होंने बताया कि भवारना ब्लॉक के तहत सीएच भवारना, सीएचसी खैरा, पीएचसी मारण्डा,पीएचसी ननौं, पीएचसी डरोह और एचएससी बलोटा, डाडासीबा ब्लॉक के तहत सीएच डाडासीबा, पीएचसी परागपरु, फतेहपुर ब्लॉक के तहत सीएच फतेहपुर, सीएच रेहन, सीएचसी रे, पीएचसी राजा का तालाब, पीएचसी धमेटा, पीएचसी भरमाड़, एचएससी गोलवां, गंगथ ब्लॉक के तहत सीएचसी गंगथ, सीएचसी खैरियां, पीएचसी बरांदा, पीएचसी लदोड़ी, पीएचसी रिन्ना, सीएच नूरपुर, एचएससी चिनवन, एचएससी बदोई और एचएससी ऊंध, गोपालपुर ब्लॉक के तहत रोटरी भवन पालमपुर, सीएचसी गोपालपुर, पीएचसी पंचरूखी, एमसीएच बनूरी, पीएचसी मनियाड़ा, पीएचसी कंडवाड़ी और पीएचसी रक्कड़, इन्दौरा ब्लॉक के तहत सीएच इंदौरा, पीएचसी हगवाल, एचएससी मकरोली और एचएससी इंदपुर, ज्वालामुखी ब्लॉक के तहत सीएच ज्वालामुखी, सीएच देहरा, सीएचसी हरीपुर, एचएससी दरीन, एएचसी सिल्ह, पीएचसी भटोली, एचएससी बारी, एचएससी गुम्मर और एचएससी बलेड़ा, महाकाल ब्लॉक के तहत सीएच बैजनाथ, एचएससी खड़नाल, एचएससी उस्तेहड़, एचएससी पंजाला, एचएससी गडियाड़ा और पीएचसी मझैरा, नगरोटा बगवां ब्लॉक के तहत सीएच नगरोटा-बगवां, पीएचसी चामुण्डा, सीएचसी बड़ोह, पीएचसी सेराथाना, एचएससी लीलै और एचएससी भदरेड़, शाहपुर ब्लॉक के तहत एचएससी भनाला, एचएससी मनेई, एचएससी मकरोटी, एचएससी भडियाड़ा, सीएच और सामुदायिक भवन धर्मशाला, थुरल ब्लॉक के तहत सीएच थुरल, सीएच जयसिंहपुर, पीएचसी लम्बागांव, पीएचसी जालग, पीएचसी रोपड़ी, पीएचसी बछवाईं, पीएचसी भेड़ी, पीएचसी जगरूप नगर, एचएससी गदेड़, एचएससी सनूं, एचएससी डूहक, एचएससी सकोह और एचएससी बीरघट्टा, तियारा ब्लॉक के तहत एचएससी गलेन, बगली, एचएससी सुक्कड़, घीण, एचएससी छोटी हलेड़, तियारा, टंडन क्लब कांगड़ा और लाईब्रेरी टांडा में 45 वर्ष से ऊपर के वर्ग के लोगों का टीकाकरण किया जाएगा।