जाणा स्कूल में एक करोड़ से बनेगा नया भवन, गोविंद वन मंत्री ने रखी आधारशिला, 46 लाख के एक अन्य भवन का उदघाटन , जाणा-कोटाधार-बिजली महादेव सड़क का किया जाएगा सुदृढ़ीकरण

वन, परिवहन, युवा सेवाएं व खेल मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने रविवार को राजकीय उच्च पाठशाला जाणा में राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के अंतर्गत करीब 46 लाख की लागत से निर्मित नए भवन का उदघाटन किया। इसके साथ ही उन्होंने स्कूल के लिए एक और भवन की आधारशिला भी रखी, जिस पर एक करोड़ से अधिक धनराशि खर्च होगी।

इन भवनों के उदघाटन-शिलान्यास के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि इनके निर्माण से जाणा स्कूल के विद्यार्थियों को आधुनिक शिक्षा सुविधाएं उपलब्ध होंगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार दूरदराज क्षेत्रों के संस्थानों में प्राथमिकता के आधार आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध करवा रही है। वन मंत्री ने विद्यार्थियों को कड़ी मेहनत करने तथा नशे से दूर रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि वन हमारी अमूल्य धरोहर हैं और इनके संरक्षण के लिए हर नागरिक को आगे आना चाहिए।

इस अवसर पर मनाली विधानसभा क्षेत्र के विकास की चर्चा करते हुए गोविंद सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार के दस माह के कार्यकाल में इस क्षेत्र के लिए करोड़ों रुपये की नई योजनाएं मंजूर की हैं। इनके कार्यान्वयन के लिए तेजी से कार्य किया जा रहा है। इन योजनाओं के अलावा मनाली के क्षेत्र के विभिन्न गांवों में विकास कार्यों के लिए अभी तक दो करोड़ से अधिक धनराशि आवंटित की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि पर्यटन की दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण जाणा-कोटाधार-बिजली महादेव सड़क के सुदृढ़ीकरण का प्रयास किया जा रहा है। इससे जाणा क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा तथा स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे।
गोविंद सिंह ने कहा कि जाणा क्षेत्र की वोल्टेज समस्या के स्थायी समाधान के लिए 25 केवी का नया ट्रांसफार्मर लगाया जाएगा, जिसके लिए 17 लाख से अधिक धनराशि मंजूर कर दी गई है। जाणा के देवता भंडारण भवन के लिए भी 69 लाख रुपये स्वीकृत किए गए हैं। उन्होंने कहा कि जाणा स्कूल में मैदान के लिए भी जल्द ही बजट मुहैया करवाया जाएगा। वन मंत्री ने बरनोट के सामुदायिक भवन के लिए 8 लाख रुपये देने की घोषणा की। उन्होंने समारोह के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले जाणा स्कूल के बच्चों को अपनी ऐच्छिक निधि से ग्यारह हजार रुपये देने का ऐलान भी किया।
इस अवसर पर बीडीसी उपाध्यक्ष अमर चंद, जाणा पंचायत के प्रधान श्याम लाल और मुख्यध्यापिका ने वन मंत्री का स्वागत किया और विभिन्न मांगें उनके समक्ष रखीं। समारोह में मनाली भाजपा मंडल महामंत्री ठाकुर दास, उपाध्यक्ष अखिलेश कपूर, भाजपा महिला मोर्चा की पदाधिकारी रेशमा ठाकुर और अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित थे

कांगड़ा के 8 युवाओं को मिला विचारों के ‘महा मुकाबले’ का टिकट , आईआईटी मंडी में 28 से 30 नवंबर तक होगा महामुकाबला

धर्मशाला 22 नवम्बर : स्टार्टअप इंडिया योजना के तहत कांगड़ा जिला के आठ युवा नवीन विचारों के महामुकाबले (इनोवेटिव आइडिया ग्रैंड फिनाले) में भाग लेंगे। इन सब युवाओं को स्टार्टअप इंडिया यात्रा के तहत कांगड़ा जिला के राजकीय महाविद्यालय धर्मशाला के प्रयास भवन में वीरवार को आयोजित बूट कैम्प में हुई प्रतियोगिता में आईआईटी मंडी में होने वाले महा मुकाबले के लिए चयनित किया गया है। उनका चयन नवीन विचार प्रतियोगिता में अभिनव विचार देने (इनोवेटिव आइडिया) के चलते किया गया है।
जिला उद्योग केन्द्र कांगड़ा के महाप्रबंधक संदीप कुमार ने इस बारे जानकारी देते हुए बताया कि प्रतियोगिता में आठ विद्यार्थियों के आइडिया चयनित हुये हैं एवं उनको आईआईटी मंडी में 28 से 30 नवंबर तक होने वाले विचारों के ‘महा मुकाबले’ में प्रवेश का टिकट मिला है। धर्मशाला में हुए बूट कैंप में 195 युवाओं ने पंजीकरण करवाया।
इस कार्यक्रम के तहत धर्मशाला आए मुख्य समन्वयक आकर्षण सेठी ने बताया कि यात्रा के दौरान विभिन्न स्थानों में कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। सेठी ने बताया कि स्टार्टअप के लिए सबसे पहली आवश्यकता अभिनव विचार (इनोवेटिव आइडिया) है। यह विचार किसी ऐसी सेवा, सुविधा या उत्पाद से जुड़ा होना चाहिए, जो व्यापक स्तर पर लोगों की किसी समस्या का समाधान करे। उन्होंने कहा कि पंजीकृत युवाओं को ऑन लाईन लिंक भी उपलब्ध करवाया गया है जिस पर वे अपना आइडिया सांझा कर सकते हैं।
बूट कैंप में युवाओं को कार्यक्रम से सम्बंधित सारी जानकारी देने के अलावा पंजीकृत छात्रों की नवीन विचारों की प्रतियोगिता भी करवाई गई। इसमें 25 युवाओं ने अपने विचार प्रतियोगिता में अपने ‘आइडिया’ प्रस्तुत किए।
इस मौके महाप्रबंधक संदीप कुमार ने कहा कि स्टार्टअप इंडिया योजना के अंतर्गत युवाओं को स्वरोजगार अपनाने व रोजगार प्रदाता बनने के अवसरों के प्रति जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा उद्योग विभाग के माध्यम से विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत युवाओं को अनेकों व्यवसायों में कौशल प्रशिक्षण उपलब्ध करवाया जा रहा है, उसका लाभ लेकर प्रदेश के युवा आत्मनिर्भर बन रहे हैं।
कार्यक्रम में जिला उद्योग केन्द्र कांगड़ा के प्रबंधक विनय वर्मा ने मुख्यमंत्री स्टार्टअप योजना के बारेे में विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री स्वावलम्बन योजना के बारे में भी विस्तार से बताया।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार स्थानीय उद्यम को बढ़ावा देने और युवाओं को स्वरोजगार के साधन उपलब्ध करवाने के लिए मुख्यमंत्री स्वावलम्बन योजना शुरू की है। सरकार ने इसके लिए 80 करोड़ रुपए का बजट प्रावधान किया है। योजना के तहत प्रदेश के 18 से 35 वर्ष आयुवर्ग के युवाओं को उद्योगों में 40 लाख रुपये तक के निवेश पर संयंत्र एवं मशीनरी खरीद पर 25 प्रतिशत उपदान दिया जाएगा। वहीं महिलाओं एवं युवतियों को प्रोत्साहित करने के लिए निवेश पर 30 प्रतिशत उपदान दिया जाएगा।
विनय वर्मा ने कहा कि इसके अलावा योजना के तहत 40 लाख रुपये के ऋण पर 3 वर्ष के लिए 5 प्रतिशत उपदान दिया जाएगा। कोई युवा यदि निजी भूमि खरीद कर उद्यम लगाना चाहे तो स्टॉम्प ड्यूटी वर्तमान 6 प्रतिशत के बजाय 3 प्रतिशत की दर से देय होगी।
इस अवसर पर राजकीय महाविद्यालय धर्मशाला के प्रधानाचार्य डॉ सुनील मेहता, आयुष हर्बस के उद्यमी जितेन्द्र सोडी सहित धर्मशाला कॉलेज, इंजीनियंरिंग कॉलेज नगरोटा बगवां तथा विभिन्न आईटीआई के विद्यार्थी उपस्थित रहे।

मछली उत्पादन से 160 करोड़ रुपये की आय: वीरेन्द्र कंवर      कहा…. मछली व्यवसाय बेरोजगार युवाओं के लिए स्वरोजगार का बेहतर विकल्प

धर्मशाला, 5 नवम्बर – मत्स्य पालन मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि गत वर्ष राज्य के प्रमुख जलाशयों तथा चैकडैमों से 12765 मिट्रिक टन मछली का उत्पादन हुआ है जिससे मछुआरों को 160 करोड़ रुपये की आय प्राप्त हुई है। यह जानकारी वीरेन्द्र कंवर ने आज मत्स्य बीज फार्म कांगड़ा में 30 लाख रुपये की लागत से निर्मित सजावटी मछली इकाई के उद्घाटन अवसर पर दी।

उन्होंने बताया कि प्रदेश के लगभग 12500 से अधिक मछुआरे व मत्स्य कृषक परिवार इस व्यवसाय से अपनी आजीविका कमा रहे हैं। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा प्रदेश में मछली व्यवसाय को बढ़ावा देने व बेरोजगार युवाओं के लिए स्वरोजगार के बेहतर अवसर प्रदान करने के लिए ट्राउट मछली की 100 अतिरिक्त इकाईयां स्थापित की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि इन इकाईयों की स्थापना से जहां लोगों को बाजार से सस्ते दामों पर अच्छी किस्म की सजावटी मछलियां उपलब्ध होंगी वहीं बेरोजगार युवाओं को भी प्रशिक्षण प्रदान कर इस व्यवसाय की और आकर्षित करने के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि मछली उत्पादन व्यवसाय बेरोजगार युवाआंे के लिए एक बेहतर विकल्प है जिसमें उनको 6 गुणा तक आय प्राप्त हो सकती है।

कंवर ने कहा कि नील क्रान्ति केन्द्रीय क्षेत्र योजना के अन्तर्गत स्वरोजगार व मत्स्य पालन में बढ़ोतरी के लिए 7 लाख रुपये प्रति हेक्टेयर का ऋण उपलब्ध करवाया जा रहा है। जिसके लिए सामान्य श्रेणी के लाभार्थियों के लिए 40 प्रतिशत तथा आरक्षित वर्ग तथा सहकारी सभाओं के लिए 60 प्रतिशत अनुदान उपलब्ध करवाया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि मत्स्य पालन को बढ़ावा देने के लिए मनरेगा योजना के तहत तालाबों का निर्माण किया जा रहा है। जिसमें साढ़े तीन लाख रुपये प्रति हेक्टेयर तक ऋण की सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है। इस योजना के तहत सामान्य श्रेणी के लाभार्थियों के लिए 40 प्रतिशत तथा आरक्षित वर्ग तथा सहकारी सभाओं के लिए 60 प्रतिशत अनुदान उपलब्ध करवाया जा रहा है।

इस दौरान वीरेन्द्र कंवर ने विभाग द्वारा तैयार की गई जन अधिकार पुस्तिका का भी विमोचन किया। उन्होंने कांगड़ा बीज फार्म का भी निरीक्षण किया।

इससे पूर्व मत्स्य विभाग के निदेशक सतपाल मेहता ने मुख्यातिथि का स्वागत किया तथा विभागीय गतिविधियों की विस्तृत जानकारी दी।

इस अवसर पर पूर्व विधायक संजय चौधरी ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

इस मौके पर एसडीएम कांगड़ा शशिपाल नेगी, डीआरडीए के परियोजना अधिकारी मनीष शर्मा, मत्स्य विभाग के सहायक निदेशक डॉ. लवल कुमार, वरिष्ठ मत्स्य अधिकारी पंकज ठाकुर, अधिशाषी अभियंता संजीव महाजन, भाजपा नेता रत्न जगतम्बा, विनोद शर्मा, मंडल अध्यक्ष रमेश बराड़, जिला परिषद सदस्य करतार चंद, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य नीतू सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।