युवा शक्ति को दिशा दे रहा है नेहरुयुवा केंद्र,देवसदन में साहसिक शिवर संपन, हिमाचल और दिल्ली के 70 युवाओं ने लिया भाग।

देव सदन में संपन्न हुआ नेहरू युवा केंद्र का साहसिक शिविर हिमाचल और दिल्ली के लगभग 70 युवाओं ने लिया भाग कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय की ओर से नेहरू युवा केंद्र द्वारा हिमाचल व दिल्ली के युवाओं के लिए क्षेत्रीय साहसिक केंद्र कुल्

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लू में आयोजित सात दिवसीय साहसिक शिविर वीरवार को देव सदन में संपन्न हो गया। समापन समारोह में मुख

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्य अतिथि के रूप में शिरकत करते हुए उपायुक्त हंसराज चैहान ने कहा कि देश की युवा शक्ति को सकारात्मक दिशा देने में नेहरू युवा केंद्र बहुत ही अहम भूमिका अदा कर रहा है।
    उन्होंने कहा कि इस तरह के प्रशिक्षण शिविरों में व्यक्तित्व विकास के साथ-साथ युवा सामाजिक कार्यों, आपसी भाईचारे व राष्ट्र निर्माण में योगदान देने के लिए प्रेरित होते हैं। बदलते सामाजिक व आर्थिक परिवेश में युवाओं की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो गई है। ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता लाने और विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ आम लोगों तक पहुंचाने में भी युवा योगदान दे सकते हैं। उपायुक्त ने कहा कि साहसिक गतिविधियों के माध्यम से युवाओं में चुनौतियों से निपटने की क्षमता विकसित होती है तथा वे अपने आपको को प्रकृति से जुड़ा हुआ महसूस करते हैं। इससे पहले नेहरू युवा केंद्र हिमाचल व हरियाणा मंडल के निदेशक जेएस कुन्नर ने एनवाईके की विभिन्न गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि क्षेत्रीय साहसिक केंद्र कुल्लू में युवाओं से संबंधित विभिन्न गतिविधियों में वृद्धि करके इसे सक्रिय बनाया जाएगा। इसके अलावा युवाओं में उद्यमशीलता व कौशल विकास के लिए भी एनवाईके कई प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने जा रहा है। युवाओं को इनमें बढ़-चढ़कर भाग लेना चाहिए। 
   इस मौके पर मुख्य अतिथि व अन्य अतिथियों का स्वागत करते हुए जिला युवा समन्वयक डा. लाल सिंह ने बताया कि शिविर में प्रतिभागियों से ट्रैकिंग, राॅक क्लाइमिंग, रैपलिंग, रिवर क्राॅसिंग व अन्य साहसिक गतिविधियां करवाई गईं। इसके अलावा उन्होंने पर्यटन से संबंधित सर्वे किया और प्रतिदिन सांस्कृतिक व अन्य प्रतियोगिताओं में भी भाग लिया।
  समापन समारोह में कई युवाओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए तथा अपने अनुभव भी साझा किए। मुख्य अतिथि ने विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं व सभी प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया। दिल्ली के नमन बैस्ट कैंपर रहे, जबकि महिला वर्ग में रूबी ने बाजी मारी। साहसिक गतिविधियों में हिमाचल के लज्जा राम, अनुशासन में प्रवीण कुमार, सांस्कृतिक कार्यक्रमों में शबनम, मीतू व सागर यादव, रिकवरी में रजनी, स्वच्छता में रमनदीप सिंह, मैस कार्यों में भावना और फोटोग्राफी में कमलेश तिवारी को ईनाम दिया गया।  

बिजली विभाग तीन सौ पदों की भर्ती, इसमें 210 पोस्ट जूनियर असिस्टेंट की होगी, असिस्टेंट अककॉउंटेट के 150 पद स्वीकृत है।

हिमाचल प्रदेश राज्य बिजली बोर्ड में कर्मचारियों के 360 नए पद भरे जाएंगे। बोर्ड प्रबंधन ने जूनियर हेल्पर के 210 और जूनियर ऑफिस असिस्टेंट अकाउंट्स के 150 नए पद सृजित करने को स्वीकृति दे दी है। भर्ती प्रक्रिया किस तरह से होगी। इसे लेकर जल्द ही बोर्ड प्रबंधन अधिसूचना जारी करेगा। इन पदों के भरे जाने से प्रदेश के विद्युत सब स्टेशनों और अकाउंट्स सेक्शन में स्टाफ की कमी दूर होगी। नए पद सृजित करने के बोर्ड प्रबंधन ने आदेश जारी कर भर्ती प्रक्रिया की तैयारियां शुरू कर दी हैं।
बिजली बोर्ड के कार्यकारी निदेशक कार्मिक रोहित जंबाल के मुताबिक सब स्टेशनों में नियुक्त किए जाने वाले 210 जूनियर हेल्परों को 4900-10680 रुपये का पे बैंड और 1300 रुपये की ग्रेड पे दी जाएगी। शिमला, रामपुर, सोलन, नाहन, मंडी, बिलासपुर, कुल्लू, हमीरपुर, धर्मशाला, डलहौजी, ऊना के सब स्टेशनों और चीफ इंजीनियर आफिस साउथ शिमला, धर्मशाला, मंडी, हमीरपुर और शिमला में जूनियर हेल्पर नियुक्त किए जाएंगे। जूनियर ऑफिस असिस्टेंट अकाउंट्स को पे बैंड 5910-20200 रुपये और 1950 रुपये ग्रेड पे का स्केल दिया जाएगा। चीफ अकाउंट्स आफिस शिमला, चीफ इंजीनियर आफिस साउथ शिमला, एसई आफिस रामपुर, रोहड़ू, सोलन, नाहन, मंडी, बिलासपुर, कुल्लू, हमीरपुर, बिलासपुर, धर्मशाला, डलहौजी, ऊना और इन सभी के तहत आने वाले सर्किल कार्यालयों में जूनियर आफिस असिस्टेंट अकाउंट्स को नियुक्ति दी जाएगी।भर्ती प्रक्रिया किस तरह से होगी। इसे लेकर जल्द ही बोर्ड प्रबंधन अधिसूचना जारी करेगा।

हिमाचल में 13 आईएएस अधिकारियों का तबादला, दो को अतिरिक्त कार्यभार, कुल्लू के उपयुक्त सोलन ट्रांसफर।

कई जिलों के डीसी भी बदले
नंदिता गुप्ता डीसी कांगड़ा तैनात
दिनेश मल्होत्रा सचिव ऊर्जा, निदेशक ऊर्जा का अतिरिक्त कार्यभार
एम सुधा देवी निदेशक खाद्य आपूर्ति
प्रियांतु मंडल निदेशक परिवहन नियुक्त
राकेश कंवर डीसी सोलन तैनात
मदन चौहान निदेशक SC, OBC तैनात
अमित कश्यप निदेशक उद्योग, लेबर कमिश्नर का अतिरिक्त कार्यभार
हंस राज चौहान होंगे डीसी शिमला
विनोद कुमार कांगड़ा मंडल के सैटलमेंट ऑफिसर
युनुस डीसी कुल्लू तैनात
सुदेश कुमार मोक्टा डीसी चंबा तैनात
डॉ रिचा वर्मा एसडीएम संगड़ाह तैनात
डॉ सुनील कुमार चौधरी विशेष सचिव स्वास्थ्य का अतिरिक्त कार्यभार
एसके काप्टा विशेष सचिव पर्यावरण विज्ञान का अतिरिक्त कार्यभार​

पनगां स्कूल में पारितोषिक वितरण समारोह आयोजित, स्कूल के बच्चों ने दी रंगारंग प्रस्तुति।

Gsss pangan में वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह आयोजित किया गया। समारोह के मुख्यातिथि उपनिदेशक उच्चरत शिक्षा कुल्लू जगदीश चंद रहे। प्रधानाचर्य बलबीर सिंह ने स्कूल की वार्षिक रिपोर्ट पढ़ी। स्कूल के बच्चों ने सांस्कृतिक

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कार्यक्रम प्रस्तुत किये। इस मौके पर प्रधान पनगां चंदर मन्नी, बीडीसी मीरा देवी, एस एमसी प्रधान अमर नाथ, प्रधानाचार्य katrain घनश्याम कपूर सहित स्कूल के सभी अध्यापक मौजूद रहे।

करण सिंह ने की 20 सूत्रीय कार्यक्रम की समीक्षा, मनरेगा पर खर्च हुए 23 करोड़ 40 लाख।

जिला कुल्लू में मनरेगा के अंतर्गत इस वित वर्ष में दिसंबर तक 23 करोड़ 40 लाख रुपये खर्च किए जा चुके हैं। यह जानकारी आयुर्वेद एवं सहकारिता मंत्री कर्ण सिंह ने सोमवार को देव सदन कुल्लू में जिला स्त

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रीय 20 सूत्रीय कार्यक्रम समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। 
  उन्होंने बताया कि चालू वित वर्ष में जिला में मनरेगा के तहत 11607 विकास कार्य आरंभ किए गए, जिनमें से 5873 विकास कार्य पूरे कर लिए गए हैं। शेष कार्य प्रगति पर हैं। कर्ण सिंह ने बताया कि जिला में इस वर्ष 294 नए लोगों को जाॅब कार्ड जारी किए गए जिससे कुल जाॅब कार्ड धारकों की संख्या 89,197 तक पहुंच गई है। इनके माध

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्यम से 29,866 परिवारों को रोजगार उपलब्ध करवाया गया है। मनरेगा में अभी तक नौ लाख 32 हजार कार्य दिवस सृजित किए गए हैं। 
  कर्ण ने बताया कि प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत जिला में इस वित वर्ष में 39 किलोमीटर नए संपर्क मार्ग बनाने का लक्ष्य रखा गया, जिसमें से 28 किलोमीटर नई सड़कों का निर्माण कर दिया गया है। इंदिरा आवास योजना के तहत इस वित वर्ष में जिला में 161 मकान बनाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने जनहित कार्यों एवं विकास कार्यों को गति प्रदान करने के लिए वन अधिकार नियम लागू करने का निर्णय लिया है। एक हैक्टेयर भूमि में 13 प्रकार के विकास कार्यों के लिए वन विभाग से अनुमति लेने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। इनकी एनओसी जारी करने के लिए गांव व पंचायत स्तर की वन अधिकार कमेटियां सक्षम हैं। 
  आयुर्वेद मंत्री ने गैर सरकारी सदस्यों तथा विभाग के अधिकारियों से आग्रह किया कि वे अपने स्तर पर आम जनता को वन अधिकार नियम से अवगत करवाएं तथा गांव व पंचायत स्तर पर वन अधिकार कमेटियों के गठन के लिए प्रेरित करें। उन्होंने बताया कि वन अधिकार नियम के लागू होने से ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क के अंतर्गत आने वाले तीन दुर्गम गांवों शाक्टी, मरौड़ और शुगाड़ को सड़क, बिजली व अन्य आवश्यक सुविधाओं से जोड़ने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य किया जाएगा। उन्होंने बिजली बोर्ड के अधिकारियों को छह माह के भीतर इन गांवों में बिजली पहुंचाने के निर्देश दिए।
 कर्ण सिंह ने जिला के अधिकारियों तथा जनप्रतिनिधियों से अपील की है कि वे आपसी सामंजस्य के साथ विकास कार्यों को प्राथमिकता प्रदान करें, ताकि सरकारी योजनाओं का सीधा लाभा पात्र व्यक्तियों तक पहुंच सके। 
  इस अवसर पर आयुर्वेद मंत्री का स्वागत करते हुए अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी विनय सिंह ठाकुर आश्वासन दिया कि सरकार द्वारा चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं को आम जनता तक पहुंचाने के प्रयास किए जाएंगे और निर्धारित भौतिक व वित्तीय लक्ष्यों को समय पर हासिल किया जाएगा। 
  बैठक के दौरान समिति के गैर सरकारी सदस्यों ने अपने-अपने क्षेत्रों से संबंधित संपर्क मार्गों, बिजली, पानी व अन्य सुविधाओं से संबंधित विकास कार्यों पर चर्चा की। 
  बैठक में आनी के विधायक खूब राम आनंद, जिला कांग्रेस अध्यक्ष बुद्धि सिंह ठाकुर, प्रदेश कांग्रेस महासचिव सुंदर सिंह ठाकुर, एपीएमसी अध्यक्ष यूपेंद्र कांत मिश्रा, मनाली ब्लाॅक कांग्रेस अध्यक्ष भुवनेश्वर गौड़, बंजार के जयबिहारी लाल, कुल्लू के उत्तम चंद शर्मा, अन्य गैर सरकारी सदस्य व विभिन्न विभागों के अधिकारी भी उपस्थित थे। 

यह है देव भूमि कुल्लू-मनाली, खूबसूरत वादियों और नज़रों के दीवानों की सैर गाह।

कुल्लू-मनाली की वादियों के दीदार के लिए एक बार यहाँ का रुख जरूर करें।

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स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला ने नौंवी और ग्याहरवीं की डेट शीट जारी की, नौ से उन्नत्तीस मार्च तक चलेगी परीक्षा।

गुरुवार, 11 फरवरी 2016, धर्मशालानौंवी की वार्षिक परीक्षाएं 10 और ग्यारहवीं की नौ मार्च से हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने प्रदेश के ग्रीष्मकालीन अवकाश वाले विद्यालयों की नौंवी और 11वीं कक्षा के नियमित परीक्षार्थियों की आंतरिक परीक्षाओं का शेड्यूल जारी कर दिया है। दोनों की कक्षाओं की वार्षिक परीक्षाएं स्कूलों में सायंकालीन सत्र में होंगी।प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से जारी शेड्यूल के अनुसार नौंवी कक्षा की परीक्षाएं 10 से 18 मार्च तक चलेंगी, जबकि 11वीं की परीक्षाएं 9 से 29 मार्च तक चलेंगी। प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड केसचिव विनय धीमान ने बताया कि नौंवी और 11वीं की वार्षिक परीक्षा दोपहर 1:45 से सायं 5 बजे तक संचालित की जाएंगी।नौंवी कक्षा की डेट शीट10 मार्च को गणित, 11 मार्च को संस्कृत, उर्दू, तमिल, तेलगू, पंजाबी,12 मार्च को सामाजिक विज्ञान,14 मार्च को अंग्रेजी, 15 मार्च को कला ए (स्केल और ज्योमिति), स्वर संगीत, वाद्य संगीत, गृह विज्ञान, वाणिज्य (एलीमेंट्स ऑफ बिजनेस/एलीमेंटस ऑफ बुक कीपिंग/टाइप राइटिंग- अंग्रेजी या हिंदी), अर्थशास्त्र, कंप्यूटर साइंस, ऑटोमोबाइल्स, सिक्योरिटी, रिटेल, इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, हेल्थ केयर, एग्रीकल्चर, ट्रेवल एडं टूरिज्म,फाइनेंसियल लिटरेसी और टेलीकॉम की परीक्षाएं होंगी ।16 मार्च को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, 17 मार्च को हिंदी और 18 मार्च को कला-बी की परीक्षा होगीग्यारहवीं कक्षा की डेट शीट9 मार्च को लोक प्रशासन, 10 मार्च को संस्कृत, 11 मार्च को अंग्रेजी, 12 मार्च को फ्रेंच, उर्दू और सोसियोलॉजी, 14 मार्च को म्यूजिक, 15 मार्च को केमिस्ट्री, लेखांकन, इतिहास, 16 मार्च को ज्योग्राफी, फिलॉस्फी, डांस और फाइन आर्ट, 17 मार्च को बायोलॉजी, 18 मार्च को राजनीतिक शास्त्र,19 मार्च को ह्यूमन इक्कोलॉजी एडं फेमिली साइंस,फिजियोलॉजी, इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी इनेबल्ड सर्विसेज, ऑटोमोबाइल्स, सिक्योरिटी, रिटेल और हेल्थकेयर की परीक्षाएं होंगी। 21 मार्च को गणित, 22 मार्च को अर्थशास्त्र, 23 मार्च को फिजिक्स और हिंदी, 26 मार्च और शारीरिक शिक्षा और योग, 28 मार्च कोकंप्यूटर साइंस और 29 मार्च को फाइनेंसियल लिटरेसी की परीक्षा होगी।

चार हज़ार तक बड़ सकता है रोहतांग टनल का निर्माण, 2009 में करीब 18 हज़ार थी लागत।

केलांग : समुद्र तल से सबसे अधिक ऊंचाई पर बनने जा रही रोहतांग सुरंग के निर्माण में देरी होने से इसकी लागत करीब दो गुना बढ़ गई है। ग्लोबल टेंडर के जरिए 2009 में टनल निर्माण का काम करीब 1800 करोड़ रुपए में इंडियन-आस्टियन कंपनी एफक्रांज और स्टाबेग ज्वाइंट वैंचर को अवार्ड हुआ, लेकिन टनल के भीतर भू-गर्भीय चुनौतियों ने अब सुरंग का निर्माण कार्य लगभग च

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ार साल आगे खिसका दिया है। लिहाजा बीआरओ के रोहतांग परियोजना विंग का अनुमान है कि सुरंग का निर्माण पूरा होने तक इसकी लागत चार हजार करोड़ रुपए का आंकड़ा छू सकती है। बताया जा रहा है कि धुंधी के जिस इलाके में टनल खुदाई का काम शुरू किया गया है, ठीक उसके ऊपर से बहने वाले सेरी नाले का पूरा पानी इसमें रिस रहा था। लिहाजा कंपनी को टनल निर्माण के दौरान पानी के साथ ही लगभग 600 मीटर के हिस्से में कमजोर पत्थरों का सामना करना पड़ा है। इन चुनौतियों के कारण कंपनी को टनल के इस 600 मीटर हिस्से की खुदाई पूरा करने में ही साढे़ तीन साल का वक्त लग गया। बीआरओ का कहना है कि खुदाई में देरी होने से टनल की निर्माण लागत बढ़ना लाजिमी है। पहले सुरंग निर्माण का लक्ष्य 2014 था, लेकिन भू-गर्भीय चुनौतियां आने से लक्ष्य आगे खिसकता गया। परियोजना के निदेशक ब्रिगेडियर आरएस राव का कहना है कि टनल का काम पूरा होने तक इसकी लागत लगभग चार हजार करोड़ रुपए तक पहुंच सकती है। समुद्र तल से करीब 11 हजार फुट की ऊंचाई पर निर्माणाधीन रोहतांग टनल की लंबाई 8.8 किलोमीटर है। परियोजना निदेशक ब्रिगेडियर आरएस राव का कहना है कि टनल खुदाई का काम तेजी से किया जा रहा है। वर्ष 2017 तक टनल के दोनों छोर एक-दूसरे से जुड़ जाएंगे।
टनल के दोनों छोर को मिलाकर अभी तक साढे़ पांच किलोमीटर खुदाई हो चुकी है। सुरंग बनने से मनाली से लेह की दूरी करीब 50 किलोमीटर कम होगी और लाहुल घाटी सालभर शेष विश्व से जुड़ी रहेगी।
साभार : दिव्य हिमाचल