कांगड़ा जिला में महज 8 दिनों में 11 लाख 11 हजार वर्गमीटर क्षेत्र हुआ भांगमुक्त

कांगड़ा   । काँगड़ा के उपायुक्त रितेश चौहान ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा चलाया गया राज्यव्यापक भांग-अफीम उन्मूलन अभियान कांगड़ा जिला में सफलतापूर्वक कार्यान्वित किया जा रहा है। अभियान के तहत अभी तक जिला में 11 लाख 11 हजार वर्गमीटर क्षेत्र को भांगमुक्त किया जा चुका है।
     चौहान आज यहां भांग-अफीम उन्मूलन अभियान के सफल कार्यान्वयन को लेकर उठाए गए विभिन्न कदमों की समीक्षा के लिए आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने अधिकारियों को अभियान को इसी प्रकार गतिशील बनाए रखने को लेकर आवश्यक दिशानिर्देश दिए। उन्होंने अभियान के और प्रभावी कार्यान्वयन के लिए ज्यादा से ज्यादा लोगों को मुहिम से जोड़ने की आवश्यकता पर बल दिया। 
     जिलाधीश ने वन विभाग तथा लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि वे विभागीय प्रयासोें के साथ साथ जन सहयोग से संबंधित क्षेत्रों में सड़कों के किनारे तथा वन भूमि से भांग के पौधों का समूल नाश सुनिश्चित बनाएं। उन्होंने अधिकारियों को संबंधित क्षेत्रों में स्वयं औचक निरीक्षण करने और पूर्ण समर्पण से अभियान को आगे बढ़ाने के निर्देश दिए।
     चौहान ने कहा कि जिले में 22 अगस्त से 5 सितम्बर, 2016 तक चलने वाले इस अभियान में जिले में सभी चिन्हित स्थलों, सार्वजनिक एवं निजी भूमि पर भांग एवं अफीम को नष्ट किया जा रहा है।   

नशे के खिलाफ लड़ाई में सामूहिक प्रयास की जरूरत-उपयुक्त

धर्मशाला, 29 अगस्त: जिलाधीश रितेश चौहान ने युवाओं से दुर्व्यसनों से दूर रहने का आह्वान करते हुए कहा कि नशा मनुष्य की विचारशक्ति, सृजनात्मकता, कौशल और आशाओं एवं आकांक्षाओं का दुश्मन होता है तथा नशे के खिलाफ लड़ाई को सामूहिक प्रयासों से जीतना संभव है।  चौहान आज भांग एवं अफीम उन्मूलन अभियान के अंतर्गत विकास खण्ड अधिकारी कार्यालय धर्मशाला में स्कूली बच्चांेे के लिए आयोजित नारा लेखन एवं चित्रकला प्रतियोगिता के अवसर पर विद्यार्थियों को संबोधित कर रहे थे।

    जिलाधीश ने कहा कि कांगड़ा जिला को पूर्ण रूप से नशामुक्त बनाने के लिए प्रशासन की ओर से किए जा रहे प्रयासों मंे सभी लोग अपना योगदान दें, ताकि नशे की समस्या को जड़ से समाप्त किया जा सके। 
     चौहान ने कहा कि जिला में भांग एवं अफीम के प्रयोग को समाप्त करने और इनके पौधों को नष्ट के लक्ष्य के साथ 15 दिवसीय विशेष अभियान आरंभ किया गया है। 22 अगस्त से 5 सितम्बर, 2016 तक चलने वाली इस जिलाव्यापक विशेष मुहिम में जिले में सभी चिन्हित स्थलों, सार्वजनिक एवं निजी भूमि पर भांग को नष्ट किया जा रहा है। 

     उन्होंने विद्यार्थियों से शिक्षण संस्थानों के साथ साथ घर-मोहल्ले एवं गावों में भांग के पौधों को नष्ट करने और नशे के समूल नाश के संदेश को प्रचारित करने के लिए प्रयास करने का आग्रह किया।
     जिलाधीश ने बच्चों द्वारा नशे के दुष्प्रभावों को दर्शाने के लिए बनाई उत्कृष्ट पेंटिग्स और प्रभावी नारा लेखन के लिए सभी विद्यार्थियों की प्रशंसा की। उन्होंने इस दौरान प्रदर्शन के लिए रखी सभी पेटिंग्स का अवलोकन किया और बच्चों की प्रतिभा को सराहा। 
     नारा लेखन एवं चित्रकला प्रतियोगिता में प्रथम चरण में स्कूली स्तर पर विजेता रहे स्कूलों के 35 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। इस दौरान नारा लेखन प्रतियोगिता में राजकीय महाविद्यालय धर्मशाला की छात्रा अंकिता प्रथम, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला (छात्र) धर्मशाला के छात्र पवन द्वितीय तथा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सकोह की छात्रा साक्षी ने तृतीय स्थान तथा चित्रकला प्रतियोगिता में डाईट धर्मशाला की मनीषा प्रथम, गुरूकुल स्कूल की जमा दो की छात्रा नेहा द्वितीय तथा राजकीय महाविद्यालय धर्मशाला की छात्रा दीक्षा धीमान ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। 
     इस दौरान एसडीएम श्रवण मांटा, बीडीओ धर्मेश सहित अन्य अधिकारी एवं स्कूलों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

जवालापुर के पास बस दूर्घटना 50 घायल। निजी बस में सवार थी 60 सवारियां। 

​जवाला पुर के समीप एक निजी बस दुर्घटना ग्रस्त हुई है। बस में 60 से अधिक सवारियां थी। बस पेड़ों के बीच लटकी अन्यथा गहरी खाई में गिरनी थी। सभी घायलों को पीएचसी नगवाई लाया गया है जिसमें 30 को कुल्लू अस्पताल

 रेफर किया गया है

बोरवैल से हो गया ‘आॅलअब सिंचाई से खूब लहलहा रहे हैं , पैदावार में बढ़ोतरी और सालाना आय हो गई दोगुणी,बोरवैल लगाने के लिए मिला है एक लाख 

हिमाचल प्रदेश जैसे पहाड़ी राज्य में छोटे-छोटे खेतों से साल भर का गुजारा करना किसानों के लिए एक बड़ी चुनौती है। किसानों की इस समस्या का समाधान छोटी व सूक्ष्म सिंचाई योजनाओं से किया जा सकता है। सिंचाई की सुविधाएं मिलने पर प्रदेश के मेहनती किसान-बागवान अपने छोटे-छोटे खेतों में भी सोना उगा सकते हैं। इसी के मद्देनजर कृषि विभाग किसानों-बागवानों के लिए एक अनूठी योजना लेकर आया है। विभाग अपनी मृदा संरक्षण विंग के माध्यम से किसानों को बोरवैल व टैंक निर्माण के लिए 1.10 लाख रुपये तक अनुदान दे रहा है। इसी योजना का लाभ उठाकर कुल्लू जिला के गांव मशगां के एक प्रगतिशील किसान शुकरू राम की जिंदगी ही बदल गई है। विभाग की मदद से बोरवैल लगाने के बाद उसकी जिंदगी में मानो ‘आॅल इज वैल’ यानि सब कुछ अच्छा हो गया।

   63 वर्षीय शुकरू राम पहले अपनी लगभग पांच बीघा जमीन पर पारंपरिक खेती से ही परिवार का गुजारा करते थे। उन्हें अपनी जमीन से बहुत कम आमदनी होती थी। कुछ वर्ष पूर्व उन्होंने अनार के पौधे और सब्जियों की पनीरी लगानी शुरू की। इनसे उनकी आय में कुछ बढ़ोतरी तो हुई लेकिन सिंचाई के साधन न होने के कारण उन्हें कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। पानी की कमी के कारण  सब्जियों की पनीरी खेतों में ही सूख जाती थी।
   इस समस्या के समाधान के लिए मृदा संरक्षण विंग के अधिकारियों ने शुकरू राम को बोरवैल लगाने व टैंक बनाने के लिए प्रेरित किया। अधिकारियों की प्रेरणा से उसने करीब 3.75 लाख की लागत से लगभग 360 फुट गहरा बोरवैल लगाया। मृदा संरक्षण विंग ने शुकरू राम को इस बोरवैल पर एक लाख का अनुदान दिया। टैंक निर्माण के लिए भी 32 हजार और पाइपों पर अस्सी प्रतिशत सब्सिडी दी। बोरवैल से सिंचाई के बाद शुकरू राम की तो तकदीर ही बदल गई। शुकरू राम ने बताया कि पहले उसे सब्जियों की पनीरी व अनार से करीब डेढ लाख रुपये की आमदनी होती थी लेकिन बोरवैल से सिंचाई के बाद उनकी पैदावार बढ़ी और सालाना आय भी लगभग दोगुणी हो गई। 
   शुकरू राम इसके लिए कृषि विभाग की मृदा संरक्षण विंग के शुक्रगुजार हैं। अब वह खेती के अन्य आधुनिक तरीकों को भी अपना रहे हैं। वह पाॅवर टिल्लर का भी प्रयोग कर रहे हैं। चालीस हजार रुपये के इस पाॅवर टिल्लर पर भी उन्हें पचास प्रतिशत सब्सिडी मिली है। इन सब्सिडी योजनाओं का लाभ उठाकर शुकरू राम के परिवार की आर्थिकी मजबूत हुई है और वह अपने बच्चों को उच्च शिक्षा प्रदान कर रहे हैं। उनका एक बेटा एम.ए. और दूसरा एलएलबी कर चुका है। इस प्रकार शुकरू राम अन्य किसानों-बागवानों के लिए भी मिसाल बन चुके हैं। 
  उधर, उपमंडलीय मृदा संरक्षण अधिकारी पी.सी. सैणी ने बताया कि बोरवैल लगाने के लिए किसानों को अधिकतम 1.10 लाख रुपये तक अनुदान दिया जाता है। टैंक के लिए भी 50 प्रतिशत और पाइपों के लिए 80 प्रतिशत अनुदान का प्रावधान है। किसानों को इन सब्सिडी योजनाओं का लाभ उठाना चाहिए

पालमपुर में 1 सितम्बर से 10 सितम्बर तक होगी सेना की खुली भर्ती 

काँगड़ा व चम्बा जिलों के उम्मीदवारों के लिए भारतीय सेना की खुली भर्ती चौधरी सरवण कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय, पालमपुर में 1 सितम्बर से 10 सितम्बर, 2016 तक आयोजित की जाएगी। भर्ती रैली के दौरान अलसुबह 2 बजे गेट खुलेगा और एक घंटे बाद 3 बजे बंद हो जाएगा। यह जानकारी देते हुए सेना भर्ती निदेशक कर्नल हरजिन्द्र सिंह ने बताया कि सोल्जर सामान्य ड्यूटी के लिए आयु सीमा साढ़े 17 से 21 वर्ष (जन्म 1 अक्तूबर 1995 से 1 अप्रैल 1999 के बीच) तथा सोल्जर क्लर्क, एसकेटी सोल्जर टेक्निकल एवं सोल्जर ट्रेडसमेन के लिए आयु सीमा साढ़े 17 से 23 वर्ष (जन्म 1 अक्तूबर 1993 से 1 अप्रैल 1999 के बीच) निर्धारित की गई है।  

     उन्होंने बताया कि इस भर्ती में केवल ऑनलाईन रजिस्टर्ड उम्मीदवार ही भाग ले सकेंगे। सभी ऑनलाईन रजिस्टर्ड उम्मीदवार रैली में भाग लेने के लिए अपना एडमिट कार्ड बेवसाइट www.joinindianarmy.nic.inसे डाउनलोड कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि रैली में भाग लेने के लिए एडमिट कार्ड तथा पूरे मूल दस्तावेज लाने अनिवार्य हैं। पूरे दस्तावेजों के बिना किसी भी उम्मीदवार को रैली में शामिल नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि एडमिट कार्ड ए-4 साईज पेपर पर ब्लैक एंड व्हाईट प्रिंट होना चाहिए, जिस पर बार कोड अच्छे से अंकित हो। उन्होंने बताया कि अभ्यर्थी को एडमिट कार्ड पर रंगीन पासपोर्ट साईज फोटोग्राफ लगाना होगा। 
     उन्होंने बताया कि शारीरिक परीक्षण, शारीरिक मापतोल और डाक्टरी जांच में सही पाए गए सोल्जर सामान्य ड्यूटी, सोल्जर टेक्निकल और सोल्जर ट्रेड्समेन उम्मीदवारों की लिखित परीक्षा 23 अक्तबूर, 2016 को प्रातः 10 बजे तथा सोल्जर क्लर्क एवं एसकेटी उम्मीदवारों की लिखित परीक्षा 27 नवम्बर, 2016 को प्रातः 10 बजे से शहीद कैप्टन विक्रम बतरा गवर्नमेंट कॉलेज, पालमपुर में होगी। उम्मीदवारों को इसी दिन सायं 4 बजे परीक्षा सेंटर पर प्रवेश पत्र और बायोमेट्रिक जांच के लिए आना होगा। 
    उन्होंने बताया कि शरीर पर टैटु स्थायी रूप से हथेली के पीछे एवं बाजू के अन्दर की तरफ गुदवाने वाले उम्मीदवारों को तो भर्ती में शामिल रहने की अनुमति रहेगी, लेकिन अन्य किसी प्रकार के अंग पर स्थायी रूप से टैटू होने पर अभ्यर्थी को भर्ती में शामिल नहीं किया जाएगा। अधिक जानकारी के लिए सेना भर्ती कार्यालय पालमपुर के दूरभाष नम्बर 01894-235526 पर सम्पर्क कर सकते हैं। 
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