धर्मशाला में खंड चिकित्सा अधिकारियों को सौंपी होम आईसोलेशन किट्स, कोरोना संक्रमितों के घर-द्वार पर शीघ्र पहुंचाने के निर्देश ,आक्सीमीटर, थर्मामीटर तथा दवाइयां तथा मागर्दिंर्शका पुस्तक भी दी जाएगी,     सीएम के निर्देशों के पश्चात कांगड़ा जिला ने सबसे पहले किया वितरण आरंभ

धर्मशाला, 22 मई। कांगड़ा जिला में होम आईसोलेशन में रह रहे कोरोना संक्रमितों के घरों तक संजीवनी किट पहुंचाने के लिए शनिवार से वितरण आरंभ कर दिया गया। जिला प्रशासन की ओर से एडीएम रोहित ठाकुर तथा मुख्यचिकित्सा अधिकारी गुरदर्शन ने उपमंडलाधिकारियों एवं खंड चिकित्सा अधिकारियों को होम आईसोलेशन किट्स की सौंपी हैं इसमें आक्सीमीटर, थर्मामीटर तथा आवश्यक दवाइयां पैक की गई हैं। होम आईसोलेशन संजीवनी किट की लांचिंग  मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर धर्मशाला से की थी और शनिवार को राज्य स्तर पर होम आईसोलेशन किट की लांचिंग की है। कांगड़ा जिला में आज से ही होम आईसोलेशन किट्स का वितरण आरंभ करने निर्देश भी दे दिए गए हैं।
    उपायुक्त कांगड़ा राकेश प्रजापति ने कहा कि कांगड़ा जिला में कोरोना संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी हुई है तथा होम आईसोलेशन में रोगियों की बेहतर देखभाल हो इस के लिए सरकार तथा जिला प्रशासन की ओर से संजीवनी होम आईसोलेशन किट तैयार की गई है जो कि प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग तथा जनप्रतिनिधियों के माध्यम से कोरोना संक्रमितो तक पहुंचाई जाएगी ताकि कोरोना संक्रमित घर में रहकर ही स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर सकें।
    उन्होंने बताया कि इस किट के साथ होम आईसोलेशन स्वयं सहायता पुस्तिका भी वितरित की जाएगी जिसमें होम क्वारंटीन के रोगियों के लिए आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए गए हैं इसके साथ ही स्वास्थ्य की निगरानी करने संबंधी भी आवश्यक जानकारी दी गई है। इसमें ई-संजीवनी ओपीडी सेवाओं का उपयोग करने बारे भी विस्तार से बताया गया है जिसमें होम आईसोलेशन में कोविड रोगी घर में बैठे ही निशुल्क डाक्टरी परामर्श भी ले सकते हैं इस पुस्तिका में होम आईसोलेशन के रोगी की देखभाल करने वालों के लिए भी आवश्यक जानकारियां संकलित की गई हैं इसके साथ ही होम आईसोलेशन के दौरान जरूरी पोषण चार्ट के बारे में भी बताया गया है और पोस्ट कोविड प्रबंधन प्रोटोकॉल के बारे में भी जानकारी प्रदान की गई है।
 उपायुक्त राकेश प्रजापति ने कहा कि होम आईसोलेशन के रोगियों की उचित देखभाल तथा निगरानी के लिए स्वास्थ्य विभाग को भी आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं तथा आशा वर्क्स को नियमित तौर पर रोगियों के साथ संवाद कायम रखने के लिए भी कहा गया है ताकि कोविड रोगियों का मनोबल बना रहे। उन्होंने कहा कि कोविड को लेकर जिला तथा उपमंडल स्तर पर कंट्रोल रूम भी स्थापित किए गए हैं तथा कोविड रोगियों के बारे में फोन कॉल के माध्यम से भी संपर्क किया जा रहा है। उपायुक्त राकेश प्रजापति ने कहा कि कोरोना की इस महामारी की जंग में जीत के लिए प्रशासन के साथ साथ आम जनमानस का सहयोग भी जरूरी है।

हिमाचल में लगेगा 10 दिन का कोरोना कर्फ्यू,शैक्षणिक संस्थान 31 मई तक बंद, 10वीं के छात्र प्रमोट।

मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर की अध्यक्षता में आज यहां आयोजित राज्य मंत्रिमंडल की बैठक ने राज्य में कोविद -19 स्थिति की समीक्षा की और राज्य में कोविद -19 मामलों की संख्या में तेज वृद्धि पर चिंता व्यक्त की। इस प्रकार, वायरस श्रृंखला को तोड़ने के लिए, कैबिनेट ने पूरे राज्य में कोरोना कर्फ्यू लगाने का फैसला किया। सभी सरकारी और निजी कार्यालय / प्रतिष्ठान 7 मई, 2021 से 16 मई, 2021 की मध्यरात्रि तक बंद रहेंगे। यह भी तय किया गया था कि सभी आवश्यक सेवाएं जैसे स्वास्थ्य, बिजली, दूरसंचार, जल आपूर्ति, स्वच्छता आदि खुली रहेंगी।
मंत्रिमंडल ने निर्णय लिया कि नागरिक कार्य स्थलों, बागवानी / कृषि और अन्य परियोजना स्थलों पर काम जारी रहेगा। राज्य में शैक्षणिक संस्थान 31 मई, 2021 तक बंद रहेंगे। सभी सरकारी और निजी परिवहन अधिभोग का 50 प्रतिशत होगा और अंतर-राज्यीय परिवहन जारी रहेगा। औद्योगिक प्रतिष्ठान राज्य सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार काम करेंगे।
राज्य में कोविद -19 मामलों की तीव्र वृद्धि को ध्यान में रखते हुए, बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि हिमाचल प्रदेश बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन की 10 वीं कक्षा की वार्षिक परीक्षा रद्द कर दी जाएगी। बोर्ड द्वारा सभी छात्रों को १० वीं कक्षा की परीक्षा के लिए सीबीएसई द्वारा सुझाए गए मानदंडों के अनुसार ११ वीं कक्षा में पदोन्नत किया जाएगा। यह भी निर्णय लिया गया कि हिमाचल प्रदेश बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन की 12 वीं कक्षा की परीक्षा और कॉलेजों की वार्षिक परीक्षा भी अगले आदेश तक स्थगित रहेगी।
राजस्व संग्रह से संबंधित कार्य को संभालने में आबकारी और कराधान विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका को ध्यान में रखते हुए, जो राज्य द्वारा अर्जित राजस्व का प्रमुख हिस्सा बनाते हैं और राज्य में विभिन्न कर कानूनों को ठीक से प्रशासित और विनियमित करने के लिए, मंत्रिमंडल ने दिया राज्य के एचपी में एक विशेष और समर्पित अलग सेवा बनाने के लिए इसकी मंजूरी विभाग में अधिकारियों के मौजूदा पदों के स्थान पर राजस्व (राज्य कर और उत्पाद शुल्क) सेवाएं।
मंत्रिमंडल ने क्षेत्र के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य देखभाल अस्पताल सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न श्रेणियों के 76 पदों के सृजन के साथ क्षेत्रीय अस्पताल ऊना को 300 बेडेड क्षेत्रीय अस्पताल के रूप में अपग्रेड करने के लिए अपनी स्वीकृति दी।
मंत्रिमंडल ने क्षेत्र के लोगों की सुविधा के लिए आवश्यक पदों के साथ मंडी जिले के धरमपुर में एक नया जल शक्ति सर्किल बनाने का निर्णय लिया।
इसने ऊना जिले के कुटलेहर विधानसभा क्षेत्र में थानाकलां में एक नया जल शक्ति प्रभाग खोलने के लिए भी अपनी सहमति दी। इसने डिवीजन के बेहतर प्रशासनिक कामकाज के लिए जल शक्ति सब डिवीजन नंबर 2 ऊना में बेसल को मौजूदा कर्मचारियों और बुनियादी ढांचे को स्थानांतरित करने की अनुमति दी।

मुख्यमंत्री ने कांगड़ा जिले में कोविड मरीजों के लिए बिस्तरों की क्षमता बढ़ाने के दिए निर्देश

मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज चम्बा से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से कांगड़ा जिले के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिले में कोविड के मामलों में हुई तीव्र वृद्धि के दृष्टिगत कोविड रोगियों की सुविधा के लिए बिस्तरों की क्षमता बढ़ाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांगड़ा जिले के परौर में अस्थाई प्रबन्ध किए जाएंगे जिससे अगले दस दिनों में 250 अतिरिक्त बिस्तरों की क्षमता उपलब्ध होगी। आने वाले दिनों में यहां बिस्तरों की क्षमता को लगभग 1000 तक बढ़ा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि गंभीर रूप से बीमार रोगियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए आईसीयू बिस्तरों की क्षमता बढ़ाने के अलावा आॅक्सीजन की सुचारू आपूर्ति की जानी चाहिए।
जय राम ठाकुर ने कहा कि आरटीपीसीआर टेस्ट के लिए निजी प्रयोगशालाओं को भी सूचीबद्ध किया जाना चाहिए ताकि अधिक संख्या में कोविड के लिए जांच की जा सके और रोगियों को जल्द से जल्द जांच की रिपोर्ट उपलब्ध हो सके। उन्होंने कहा कि रोगियों को अस्पताल ले जाने और उपचार के उपरांत घर वापिस छोड़ने को वाहनों की सुविधा प्रदान करने के लिए प्रभावी तंत्र विकसित करना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार ने प्रदेश के लिए छह पीएसए आॅक्सीजन प्लांट स्वीकृत किए हैं। इन्हें नागरिक अस्पताल पालमपुर, क्षेत्रीय अस्पताल मण्डी, शिमला जिले के नागरिक अस्पताल रोहड़ू व नागरिक अस्पताल खनेरी, डाॅ. यशवंत सिंह परमार राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल नाहन और क्षेत्रीय अस्पताल सोलन में स्थापित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इससे इन स्वास्थ्य संस्थानों में 1400 बिस्तरों को ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित होगी।
जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार ने कोविड अस्पताल में तैनात विभिन्न श्रेणियों के चिकित्सकों और पैरा मेडिकल स्टाफ को 30 जून, 2021 तक प्रोत्साहन राशि देने का निर्णय लिया है। चैथे व पांचवें वर्ष के एमबीबीएस विद्यार्थियों, अनुबंध चिकित्सकों, सीनियर और जूनियर रेजिडेंट डॉक्टरों को 3000 रुपये प्रतिमाह का प्रोत्साहन दिया जाएगा। कोविड ड्यूटी पर तैनात नर्सिंग विद्यार्थियों, जीएनएम तृतीय वर्ष के विद्यार्थियों और अनुबंध प्रयोगशाला स्टाफ को 1500 रुपये प्रतिमाह का प्रोत्साहन प्रदान किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार पूरे राज्य और विशेषकर उन जिलों में बिस्तरों की क्षमता बढ़ाने के हर संभव प्रयास कर रही है जहां कोविड-19 के मामले अधिक हैं। उन्होंने कहा कि इसके अलावा परौर में बिस्तरों की क्षमता को 1000 तक बढ़ाया जाएगा। मण्डी के राधास्वामी सत्संग ब्यास परिसर में 200 बिस्तरों की क्षमता और आईजीएमसी शिमला के नए ओपीडी ब्लाॅक में अतिरिक्त 300 बिस्तरों की क्षमता सृजित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके अलावा बद्दी-बरोटीवाला क्षेत्र में कोविड रोगियों के लिए अतिरिक्त 500 बिस्तरों की सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए उपयुक्त स्थान चयनित कर लिया गया है।  
इसके उपरांत मुख्यमंत्री ने कांगड़ा जिला में परौर स्थित राधास्वामी सत्संग ब्यास का दौरा किया और अस्थाई कोविड अस्पताल के शीघ्र निार्मण के निर्देश दिए।
उपायुक्त कांगड़ा राकेश प्रजापति ने कहा कि अब तक जिले में कोविड के 359489 सैंपल की जांच की जा चुकी है, जिनमें से 19570 पाॅजीटिव पाए गए है। वर्तमान में जिले में 5384 सक्रिय मामले हैं और जिले की पाॅजीटिविटी दर 5.44 प्रतिशत जबकि रिकवरी दर 70.34 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि जिला में टीकाकरण अभियान सफलतापूर्वक चल रहा है और अभी तक अग्रिम पंक्ति के योद्धाओं, कोरोना योद्धाओं और 45 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों को वैक्सीन की 3,82,851 खुराकें दी जा चुकी हैं।
प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार, उपाध्यक्ष हंस राज, सांसद इन्दु गोस्वामी, विधायक मुल्ख राज प्रेमी, वूल फेडरेशन के अध्यक्ष त्रिलोक कपूर, पूर्व विधायक प्रवीण शर्मा, डा. राजेन्द्र प्रसाद राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय टांडा के प्रधानाचार्य डाॅ. भानु अवस्थी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
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मुख्यमंत्री अधिकारियों को निर्देश देते हुए।